देहरादून (देशयोगी वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल)।
उत्तराखण्ड स्थित भगवान शिव के पांचवें ज्योतिंलिंग श्री केदारनाथ धाम में शुक्रवार से तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है। अब श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं।
श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने यह जानकारी संवाददाताओं को दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मई व जून माह में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और श्रद्धालु सभामंडप से ही बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे। अब संख्या कम होने के बाद श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा- अर्चना कर रहे हैं।
श्री अजय ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर में दर्शनों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। शुक्रवार से श्री केदारनाथ मंदिर में प्रात: चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म-दर्शन शुरू हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अपराह्न 03 बजे से 4:45 बजे तक भोग- पूजा व सफाई के लिए कपाट बंद किए जा रहे हैं। शाम को श्रृंगार पूजा के पश्चात रात्रि 9 बजे पुन कपाट बंद किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसी तरह श्री बदरीनाथ धाम में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की अभिषेक पूजा प्रात: पांच बजे से संपन्न हो रही है। इस दौरान भी तीर्थयात्री धर्म दर्शन कर रहे है। उन्होंने बताया कि शाम को विभिन्न पूजाओं के पश्चात रात्रि 9 बजे तक कपाट बंद हो रहे हैं।
श्री अजय ने बताया कि बृहस्पतिवार रात्रि तक 9 लाख 01 हजार 081 श्रद्धालु श्री बदरीनाथ धाम तथा 8 लाख 31 हजार 600 श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम दर्शन हेतु पहुंच गये है। इस तरह दोनों धामों में अब तक कुल 17 लाख 32 हजार 681 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। उन्होंने बताया कि मंदिर समिति तीर्थयात्रियों को मंदिरों में सरल- सुगम दर्शन हेतु प्रतिबद्ध है।