कानपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी 34 महीने बाद बुधवार को महाराजगंज जेल से रिहा हुए। रिहाई के बाद उनके कानपुर पहुंचने पर समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और आतिशबाजी के साथ भव्य स्वागत किया। घर पहुंचने तक जगह-जगह जुलूस जैसे नजारे देखने को मिले और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके स्वागत में जुटे रहे।
समर्थकों से मिले स्नेह और उत्साह को देखकर सोलंकी भावुक हो उठे। उन्होंने कहा, “34 महीने बाद आज खुली हवा में सांस ली है। इस कठिन दौर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेरे परिवार का हर कदम पर साथ दिया। वह रोज बच्चों का हालचाल पूछते रहे। इसके लिए मैं उनका विशेष आभारी हूं।” उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में वह समर्थकों और शहरवासियों से मुलाकात करेंगे और जेल में बिताए कठिन अनुभव साझा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के सहयोग और विश्वास की बदौलत उनकी पत्नी नसीम सोलंकी विधायक बनीं।
जेल से बाहर निकलते ही उनकी पत्नी नसीम सोलंकी, बेटा और दोनों बेटियां मौजूद थीं। पूरा परिवार सुबह ही महाराजगंज पहुंच गया था और रिहाई के बाद कार से कानपुर लौटा। शहर में प्रवेश करते ही जाजमऊ के पास उनका स्वागत हुआ और काफिला धीरे-धीरे घर पहुंचा, जहां समर्थकों और शुभचिंतकों का तांता लग गया।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटली से फोन कर सोलंकी से बातचीत की और रिहाई की बधाई दी। सोलंकी ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है।