देहरादून। शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, शाश्वत भारत ट्रस्ट ने कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, देहरादून के सहयोग से “सतर्क बेटी- सुरक्षित परिवार” विषय पर एक इंटरएक्टिव विचार गोष्ठी का आयोजन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि कुसुम कंडवाल, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में बेटियों को सामाजिक ताने-बाने और सोशल मीडिया आदि से किस प्रकार सचेत रहकर सक्रिय रहा जाए, इस पर सुझाव प्रस्तुत किए।
कन्या गुरुकुल महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर हेमन पाठक ने कहा कि बेटियों को ना कहने की आदत भी डालनी चाहिए। किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा नहीं करना चाहिए। और उनका जो सिक्स सेंस होता है, जिससे वो किसी भी व्यक्ति को देखकर समझ जाती है कि व्यक्ति किस प्रकार का है या जिस पर जरा भी संशय हो,वोउससे दूरी रखनी चाहिए।
उपस्थित बालिकाओं को डीपीएस के प्रिंसिपल डॉक्टर बीके सिंह ने आत्मविश्वास और डिटरमिनेशन से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉक्टर पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि किसी भी परेशानी की स्थिति में टोल फ्री नंबर 112 जो, विशेषकर महिलाओं और बेटियों के लिए बनाया गया है, उस पर कॉल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस बेटियों के लिए पूरे दिन रात उपलब्ध है। इसके अलावा, उन्होंने सोशल मीडिया पर सावधान रहकर फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करने आदि के बारे में बताया।
शाश्वत भारत ट्रस्ट के अध्यक्ष, प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर कुलदीप दत्ता ने ट्रस्ट के उद्देश्यों के संदर्भ में प्रकाश डाला। गोष्ठी में कन्या गुरुकुल की प्रधानाचार्य संतोष कुमारी के अलावा विश्व विख्यात न्यूरो सर्जन डॉक्टर एके सिंह, डा माधव प्रसाद मैथानी, राकेश अग्रवाल, ज्योति धवन, रंजन कोटनाला आदि ने अपने विचार रखे।
संचालन इंजीनियर एमसी गुप्ता ने किया। विद्यालय और महाविद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में लगभग 300 छात्राओं और अध्यापिकाओं को दीपावली के अवसर पर उपहार से भरी हुई टोकरी, जिसमें मिट्टी के दिए, तेल, खील, बताशे, खिलौने, फुलझड़ियां, मिठाई आदि का वितरण किया गया।