उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की जल विद्युत परियोजनाएं वर्तमान मानसून अवधि में अपनी क्षमता अनुरूप विद्युत उत्पादन कर रही हैं।
यूजेवीएनएल के निदेशक, परिचालन, पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि अभी तक की मानसून अवधि में कोई उत्पादन हानि नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यूजेवीएन लिमिटेड की जल विद्युत परियोजनाओं से प्रतिदिन 21 से 22 मिलियन यूनिट तक विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। हालांकि एम.बी. प्रथम (तिलोथ) विद्युत गृह वर्तमान में उच्चीकरण सम्बन्धी पुर्ननिर्माण (रिनोवेशन, मार्डरनाइजेशन एण्ड अपग्रेडेशन) कार्यों के चलते उत्पादनरत नहीं है तथा रामगंगा विद्युतगृह से इन दिनों जलाशय भरने हेतु विद्युत उत्पादन नहीं होता है।
निदेशक, पतिचालन ने बताया कि सभी नदियों में गाद (सिल्ट) का स्तर सामान्य मानसून अवधि स्तर के अनुरूप ही है। इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से वर्तमान तक 1941 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन कर लिया गया है। जबकि गत वर्ष समान अवधि में 1662 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया गया था। उन्होंने बताया कि तुलनात्मक रूप से इस वित्तीय वर्ष में लगभग 17 प्रतिशत अधिक विद्युत उत्पादन हुआ है। विद्युत उत्पादन में यह वृद्धि मशीनों के बेहतर रखरखाव व अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बेहतर कार्यसंस्कृति तथा कार्य के प्रति उनकी लगनशीलता से संभव हो पाया है।
श्री पुरुषोत्तम ने बताया कि आगे भी यूजेवीएनएल का यही प्रयास होगा कि विद्युत उत्पादन अधिक से अधिक कर ल, विद्युत उपलब्धता की कमी ना होने दी जाए। उन्होंने कहा कि मानसून अवधि में संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस अवधि में किसी भी स्थिति से निपटने हेतु सावधान रहने के लिए निर्देशित किया गया है।