देहरादून (देशयोगी पंकज)। उत्तराखंड के देहरादून स्थित सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आईआईपी) प्रांगण मे शुक्रवार को दशम अंतराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह से मनाया गया। योगाचार्य देशयोगी डॉ. पीएस सलवनिया ने योग के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी के साथ स्वस्थ जीवन के लिए योगासन भी करवाए। उन्होंने उपस्थित वैज्ञानिकों को बताया कि योग केवल आसन करना ही नहीं है, अपितु आत्म को जो अध्यात्म से जोड़ देता है, उसे योग कहा जाता है। उन्होने कहा कि प्रतिदिन योग अभ्यास करने से हम एक स्वस्थ मन, निरोगी काया और आध्यात्म मे रुचि के स्वामी हो सकते है।
योगाचार्य डा सलवानिया ने “ऊं” ध्वनि से योगाभ्यास का श्रीगणेश किया। उन्होने कार्यालय मे कार्य करते समय किए जा सकने वाले कुछ महतवपूर्ण योगासनों के बारे मे जानकारी दी और सभी से उनका अभ्यास करवाया। इसमे ब्राहमरी, प्राणायाम, कपालभाती, वज्रासन, पद्मासन, ताडासन, सर्वांगासन आदि शामिल थे। इस के साथ ही उन्होने संस्थान कर्मियों को सीटिंग जॉब मे होने वाली बीमारी जैसे स्पोण्डलेटिस, स्टीफ़्फ़ शोल्डर, लोअर बॅक पेन, अम्ल पित्त जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए आफिस योग के कुछ आसन बताएं जिस से संस्थान के सभी कर्मचारी लाभान्वित हुए ।
आईआईपी निदेशक, डॉ एच एस बिष्ट की अगुवाई मे आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ एन विश्वनाधाम, डॉ जी डी ठाकरे, डॉ सनत कुमार, डॉ बबीता बेहरा, सोमेश्वर पांडे तथा संस्थान के लगभग 300 लोगो ने बडे ही ऊर्जा के साथ भाग लिया। आयोजन मे सीएसआईआर-आईआईपी स्टाफ क्लब के सचिव डॉ प्रदीप कुमार त्यागी, उपाध्यक्ष नवीन मौर्य, सह सचिव अंजलि भटनागर, ओमवीर सिंह, अरविंद खंडुरी, विनोद कूमार, राहुल कुमार, विशाल वाला, संदीप कुमार, तथा नसीम अहमद का महत्वपूर्ण योगदान रहा।