देहरादून।
केन्द्रीय इस्पात मंत्री राम चन्द्र प्रसाद सिंह ने उत्तराखण्ड भृमण के दूसरे दिन शुक्रवार को ‘उत्तराखंड जल विद्युत निगम’ (यूजेवीएनएल)के ऋषिकेश स्थित वीरभद्र बराज का निरीक्षण किया।केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह को यूजेवीएनएल के प्रबन्ध निदेशक (एमडी) सन्दीप सिंघल ने बताया कि इस बराज से 144 मेगा वाट पावर निर्मित किया जाता है। यह बैराज पानी को पावर चैनल की ओर मोड़ने का काम करता है | उन्होंने बताया कि इसका निर्माण 1973-74 और 1980-81 के बीच किया गया था।एमडी श्री सिंघल ने मंत्री को अवगत कराया कि ऋषिकेश के अनुप्रवाह में वीरभद्र में गंगा नदी पर 312 मीटर लंबा इस बैराज में प्रत्येक में 18 मीटर के 15 बे और 11 मीटर के 5 बे वाले 63 मीटर लंबे हेड रेगुलेटर का निर्माण किया गया है। यह बैराज नदी के बोल्डर चरण में है और इसे 67 क्यूमेक्स प्रति मीटर की डिस्चार्ज तीव्रता के लिए डिजाइन किया गया है।