इस बार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 4 अप्रैल, शुक्रवार को रात 8 बजकर 12 मिनट पर होगी। इस तिथि का समापन 5 अप्रैल, शनिवार को रात 7 बजकर 26 मिनट पर है। उदया तिथि के मुताबिक अष्टमी 5 अप्रैल को शनिवार के दिन मनाई जाएगी। ऐसे में अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन करने वाले लोग इस दिन कन्याओं को भोजन करा सकते हैं। जबकि 5 अप्रैल को नवमी तिथि रात 7 बजकर 26 मिनट पर शुरु हो रही है। इसका समापन 6 अप्रैल, रविवार को रात 07 बजकर 22 मिनट पर है। ऐसे में 6 अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी। आप इस तिथि कन्या पूजन के साथ-साथ अपने व्रत का पारण भी कर सकते हैं।
अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 35 मिनट से 05:21 मिनट तक।
प्रातः सन्ध्या- सुबह 04 बजकर 58 मिनट से 06:07 मिनट तक।
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक।
नवमी कन्या पूजन मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 34 मिनट से 05:20 मिनट तक।
प्रातः सन्ध्या- सुबह 04 बजकर 57 मिनट से 06:05 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक।