देहरादून। UPSC ने NDA/NA (II), 2025 के लिखित परिणाम पहली अक्टूबर को जारी किए और इसके साथ ही दून डिफेन्स ड्रीमर (DDD) ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। संस्थान ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि इस बार उसके 710 से अधिक छात्र लिखित परीक्षा में सफल हुए हैं, जो संस्थान के इतिहास का सबसे बड़ा एक सत्रीय परिणाम है। इससे पहले संस्था का सर्वोच्च रिकॉर्ड 535 चयनित छात्रों का था, जिसे तोड़ते हुए इस बार दून डिफेंस ड्रीमर ने एक ऐतिहासिक छलांग लगाई है। UPSC द्वारा NDA-II 2025 की परीक्षा 14 सितंबर को आयोजित की गई थी और परिणाम की आधिकारिक रोल-लिस्ट आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
देहरादून पहले से ही पूरे देश में “मिलिट्री एजुकेशन हब” के रूप में प्रसिद्ध है। ऐसे में दून डिफेंस ड्रीमर का यह ऐतिहासिक परिणाम शहर के गौरव को और बढ़ाता है और उत्तराखंड की इस पावन धरा को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक प्रतिष्ठित बना देता है।
संस्थान के निदेशक श्री हरिओम चौधरी जी का कहना है कि यह सफलता अनुशासित तैयारी, साप्ताहिक मॉक टेस्ट और SSB-फोकस्ड ट्रेनिंग का परिणाम है। दून डिफेन्स ड्रीमर्स ने शुरू से ही छात्रों को केवल लिखित तक सीमित न रखकर नेतृत्व, आत्मविश्वास और ऑफीसर-लाइक-क्वालिटीज़ पर केंद्रित ग्रूमिंग दी, जिसका असर आज परिणामों में स्पष्ट दिख रहा है। परिणाम आते ही परिसर में जश्न का माहौल छा गया और सफल छात्र-छात्राओं ने संस्थान की कठोर दिनचर्या और मार्गदर्शन को अपनी सफलता की कुंजी बताया।
संस्थान की स्थापना वर्ष 2014 में श्री हरिओम चौधरी ने की थी। तब से लेकर अब तक दून डिफेंस ड्रीमर ने कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। हाल के NDA-155 SSB बैच में संस्थान के 35 छात्र सिफ़ारिश प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें 6 महिला कैडेट भी शामिल हैं। यह आँकड़े इस तथ्य को सिद्ध करते हैं कि दून डिफेंस ड्रीमर लड़कों के साथ-साथ लड़कियों के लिए भी समान अवसर और उत्कृष्ट प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर संस्था के संस्थापक हरिओम चौधरी ने कहा—“यह उपलब्धि हमारे छात्रों के परिश्रम और टीम दून डिफेंस ड्रीमर की अथक मेहनत का परिणाम है। NDA केवल ज्ञान की परीक्षा नहीं, बल्कि साहस, अनुशासन और आत्मविश्वास की भी कसौटी है। हमें गर्व है कि हमने 710+ ऐसे युवा तैयार किए हैं जो भविष्य में भारतीय सेना की वर्दी पहनकर राष्ट्र की सेवा करेंगे। हमारी प्रतिबद्धता है कि हम बच्चों को न केवल लिखित बल्कि SSB और उसके आगे भी सफलता दिलाएँ। खुशी है, लेकिन इसके साथ ही एक और चुनौती भी जुड़ गई है—अगले एग्जाम में हमें अपने ही इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए और कड़ी मेहनत करनी होगी। इस बार हमारी फैकल्टी टीम ने 15 से 20 नाइट क्लासेज़ तक छात्रों को पढ़ाया और शायद उसी अतिरिक्त परिश्रम का नतीजा है कि आज हमें इतना बड़ा परिणाम देखने को मिला।”
संस्था की सह-संस्थापिका अंकिता तनेजा मैम ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा—“हर छात्र की सफलता हमारी साझा मेहनत का हिस्सा है। सही मार्गदर्शन और अनुशासन से कोई भी सपना असंभव नहीं रहता। हमारा उद्देश्य हमेशा यही रहा है कि बच्चों को ऐसा वातावरण दें जहाँ वे आत्मविश्वास और गर्व के साथ अपने सपनों को साकार कर सकें। हमें पूर्ण विश्वास है कि NDA-2 लिखित परीक्षा की यह ऐतिहासिक सफलता SSB इंटरव्यू में भी चमकेगी और हमारे बच्चे अधिकारी बनकर देश का मान बढ़ाएँगे।”
संस्थान ने लिखित परीक्षा में सफल सभी छात्रों के लिए फ्री SSB बैच की भी घोषणा की है, जिसमें विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक, GTO और इंटरव्यू पैनल छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे। संस्थान का लक्ष्य है कि लिखित सफलता को अधिकतम सिफारिशों में बदला जाए और देश को योग्य अधिकारी दिए जाएँ।
यह परिणाम न केवल दून डिफेन्स ड्रीमर्स की मेहनत का प्रमाण है बल्कि सम्पूर्ण उत्तराखंड और भारत के लिए गर्व का विषय है। NDA/NA (II) 2025 के इस नतीजे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी सपना असंभव नहीं है यही वजह है कि आज देश के कोने कोने से सभी राज्यों के बच्चे ड्रीमर्स एड्यू हब में आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं साथ ही ड्रीमर्स की खूबसूरती और अभिभावकों का विश्वास इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि यहां पर सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि संस्कार शालाएं भी आयोजित की जाती हैं श्री चौधरी कहते हैं कि शिक्षा तभी काम आती है जब संस्कार परिपूर्ण हो।