रुद्रप्रयाग (देशयोगी वीरेंद्र बर्त्वाल)।
उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय पर वर्षा ऋतु में जलभराव न हो, इसके लिये मंगलवार को जिलाधिकारी (डीएम) मयूर दीक्षित ने नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने नगरपालिका व राष्ट्रीय राजमार्ग के ठेकेदारों को साफ-सफाई ब्यवस्था बरसात आने से पहले सुदृढ़ करने के निर्देश दिये। हैं।
डीएम श्री दीक्षित ने अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका एवं एनएच के ठेकेदार को निर्देश दिए कि बरसात के दौरान नालियों का पानी किसी भी दशा में सड़क में न बहे। इसके लिए सभी नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिष्ठान एवं घरों को इससे कोई नुकसान न हो। उन्होंने एनएच के ठेकेदार को निर्देश दिए कि जिन स्थानों में नालियों में स्लेप पड़े हैं एवं नालियों की सफाई ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है, उन स्थानों पर आज रात्रि में ही स्लेप तुड़वाकर नालियों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए तथा ऐसे स्थानों पर नए स्लेप लगाने के निर्देश दिए।
श्री दीक्षित ने कहा कि जिन स्थानों पर जल भराव की स्थिति होती है, उन स्थानों में विशेष सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही, जिन स्थानों पर प्लास्टिक कूड़ा, करकट पड़ा है, उन स्थानों पर सफाई सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों द्वारा सड़क किनारे एवं आसपास क्षेत्रों में कूड़ा डाला जा रहा है, ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके चालान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
डीएम ने रुद्रप्रयाग से सिरोहबगड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग का स्थलीय निरीक्षण देते हुये निर्देश दिए कि वर्षा के दृष्टिगत, जो संवेदनशील क्षेत्र हैं तथा जिन स्थलों पर भू-स्खलन की स्थिति बनी रहती है, ऐसे स्थानों पर यातायात बाधित न हो, उसके लिए जेसीबी मशीन हर समय ऐसे स्थलों पर उपलब्ध रहे। ताकि मार्ग अवरुद्ध होने पर मार्ग को यातायात हेतु तत्काल खोला जा सके। उन्होंने सिरोहबगड़ क्षेत्र के क्षतिग्रस्त पेच को तत्परता से ठीक करने का भी निर्देश दिए।
इस दौरान, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, अधिशासी अभियंता एनएच निर्भय सिंह, सहायक अभियंता एनएच वंदिता, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार कुरील सहित संबंधित ठेकेदार मौजूद रहे।