घनघोर रात, बलखाती लहरों के बीच जान फंसी, फिर आये देवदूत

राष्ट्रीय

 देहरादून (देशयोगी पंकज)।
घनी अंधेरी रात। घनघोर बारिश। उफनाती नदी में बल खाती, साय-साय करती लहरें। उसके बीच तीन जनमानस के साथ वाहन का फंस जाना। ऐसे में फिल्मी हीरो की तरह देवदूत बनकर पहुंचे उत्तराखण्ड पुलिस के आपदा परिवादन बल (एसडीआरएफ) के जवानों की जान हथेली पर रखकर सभी को वा-मशक्कत सुरक्षित बाहर निकालना रियल लाइफ का रियल सीन बन गया। 


हुआ यह कि मानसूनी वर्षा के कारण देहरादून जनपद के ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच बहने वाली बीन नदी में उफान आ गया। इस बात से अनजान कार सवार तीन लोग बीच नदी में फंस गए। यह सभी लोग हरिद्वार से ऋषिकेश आ रहे थे। सोमवार/मंगलवार  मध्य रात्रि करीब 1:00 बजे आपदा कंट्रोल रूम देहरादून से एसडीआरएफ को इसकी सूचना मिली। जिसके बाद उनकी रेस्क्यू टीम पोस्ट ढाल वाला से तत्काल मौके पर पहुंची और रात के अंधेरे में अत्यंत विषम परिस्थितियों तीनों व्यक्तियों को रेस्क्यू करने के उपरांत रस्सों के सहारे कार को किसी तरह से बाहर निकाला।


एसडीआरएफ प्रवक्ता ललिता दास नेगी ने मंगलवार सुबह यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार में मनीष जखमोला, आयु 31 वर्ष पुत्र भगवती प्रसाद, निवासी ऋषिकेश, विकास उनियाल, 36 वर्ष, पुत्र प्रकाश उनियाल और सूरज सिंह, 28 वर्ष, पुत्र भानु प्रताप सिंह दोनों निवासी नोएडा (उत्तर प्रदेश) हैं।

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