मठ, मंदिरों की मुक्ति को हुंकार : 06 को चलो मथुरा

राष्ट्रीय


मथुरा (देशयोगी हरिओम)। 
श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति तथा वर्ष 1925 से सरकार के अन्य सनातन मठ, मंदिरों की मुक्ति के लिए आंदोलन को और अधिक धार देने के लिए आगामी 06 दिसम्बर को एक विशाल हुंकार सम्मेलन मथुरा में आयोजित किया जाएगा। इस सन्दर्भ में आज वृन्दावन में किशोरी कुंज के समीप स्थित फोगला आश्रम में नारायणी सेना की एक आवश्यक बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित सोहन मिश्र ने की। बैठक में आचार्य रामानुज ने कहा कि चंद्रयान की सफल लैंडिंग के तत्पश्चात, जी-20 सम्मेलन की सफलता, भारत को विश्व गुरु बनने के स्वप्न को साकार करने की दिशा को इंगित कर रहा है। इसके लिए समस्त भारतवंशी और भारत के यशश्वी गौरवशाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई के पात्र हैं। साथ ही, भावी भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी सभी देशवासियों को दी जानी चाहिए। 

आचार्य रामानुज जी ने कहा कि आज भी हमारा देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ है। आज भी हिंदू 1947 के आजाद हुए भारत में अपने प्रमुख धर्म स्थानों को मुक्त नहीं कर सका है। देश की न्याय पालिका सिर्फ तारीख पर तारीख देती है, पर न्याय देने में असमर्थ प्रतीत हो रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि न्याय पालिका में धर्मराज के स्थान पर भ्रष्टाचार की देवी आंखों पर पट्टी बांधे बैठी है, जो धृतराष्ट्र की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है,आज भी मेरी भारत माता गुलामी की जंजीरों में जकड़ी हुई है। 

आचार्य जी ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी तो सिर्फ दिखावे की ही प्राप्त हुई है। हिंदू तो सिर्फ चारा बनाकर हलाल किया जा रहा है। हिंदू तीर्थ स्थल या तो सरकार की कैद में है या फिर मुगलों की कैद में। हिंदू मठ मंदिरों का पैसा सरकार के खाते में जाता है। उन्होंने कहा कि देश के सारे कानून और टैक्स हिंदुओं के लिए बने हैं। समय आ गया है सनातन शक्ति का परिचय देने का। 

उन्होंने आह्वान किया कि समस्त सनातनी बंधुओं को एकत्रित कर, मथुरा, काशी की मुक्ति  और सरकार के अधीन मठ, मंदिरों की मुक्ति हेतु 6 दिसंबर को “मथुरा चलो”। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन को सार्थक करने के लिए एक हुंकार सनातन शक्ति की सनातन धर्म से जुड़े सभी संगठनो से है। उन्होंने कहा कि यह विशाल हुंकार सम्मेलन श्री कृष्ण जन्म स्थान, ईदगाह डींग गेट, मथुरा में होना सुनिश्चित किया गया है। इस संदर्भ में भारत के प्रधानमंत्री महोदय, राष्ट्रपति महोदय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय को भी पत्र लिखा गया है।

इस बैठक में, बाबा कल्याण दास जी महाराज, राम बाबू जी, प्राण नाथ जी, डॉ महेन्द्र जी सारस्वत, केशव देव सारस्वत आदि उपस्थिति रहे।

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