देहरादून (देशयोगी पंकज) / भारत सरकार की आरडीएसएस योजना के अंतर्गत, देश के अन्य राज्यों की भाँति उत्तराखंड में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम चल रहा है। रविवार को उत्तराखंड ऊर्जा निगम लिमिटेड (यूपीसीएल) की ओर से घोषणा की गई कि क्रमवार बदले जा रहे पुराने मीटरों के स्थान पर निःशुल्क स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
यूपीसीएल प्रवक्ता ने बताया कि मीटर बदले जाने के क्रम में सबसे पहले सभी सरकारी आवासों, दफ्तरों एवं व्यापारिक उपभोक्ताओं के यहाँ स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। तत्पश्चात सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के यहाँ पुराने मीटर बदलकर निःशुल्क नए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर एक ऐसा आधुनिक मीटर है, जिसका कंट्रोल उपभोक्ताओं के हाथों में है तथा इससे आपको पल पल के बिजली उपयोग की जानकारी, सभी आवश्यक सूचनाओं के संदेश, बिजली के उपयोग की तुलना आदि सहित आसान भुगतान के कई विकल्प भी मिलते हैं।
उल्लेखनीय हैं कि उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में अडानी ग्रुप को इस कार्य का ज़िम्मा सौंपा गया है। जिसमें लगभग 6.25 लाख उपभोक्ता मीटर्स की स्थापना का कार्य तथा गढ़वाल क्षेत्र में मै० जीनस द्वारा लगभग 9.62 लाख उपभोक्ता मीटर की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। राज्य में दोनों कार्यदायी संस्थाओं को विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी मॉडल मानक बोली दस्तावेज में निहित नियमानुसार, निविदा अवार्ड होने के पश्चात ही, स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य दिया गया है। यह भी जानने की बात है कि अडानी ग्रुप द्वारा भारत के अन्य राज्यों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य गतिमान है। जिसमें बिहार असम, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश इत्यादि राज्य सम्मिलित हैं।
