देशबोध के बारे में कुछ शब्द

संपादकीय

प्रिय दर्शक और देशबोध समाचार पत्र एवं डिजीटल प्लेटफार्म के स्नेही सुधि पाठकगण।  
देशबोध, जैसा इसके नाम से ही स्पष्ट है कि देशवासियों में देश के प्रति समर्पण और इस पुरातन, सनातन संस्कृति के संरक्षण के भाव से इसका प्रकाशन और प्रसारण आप सभी के सहयोग से शुरू किया गया है। 
वर्ष 2021 में अलौकिक शक्ति के धनी बाबा नीम करौली जी महाराज के आशीर्वाद से प्रेरित होकर देशबोध का प्रकाशन ऐतिहासिक साहित्यिक और सांस्कृतिक सरजमीं बदायूँ (उत्तर प्रदेश) से शुरू किया गया। जिसके अगले पड़ाव (संस्करण) के रूप में प्रकाशन और प्रसारण (डिजिटल) अमरत्त्व प्राप्त श्री श्री 100008 श्री अश्वत्थामा जी की जन्मभूमि देवभूमि उत्तराखंड स्थित द्रोण नगरी (देहरादून) से शुरु हो चुका है। 
जल्दी ही आप सबके स्नेहपूर्ण सहयोग से इसके आगामी संस्करण लखनऊ, नई दिल्ली, मुम्बई और गांधीनगर (गुजरात) भोपाल (मध्यप्रदेश) से प्रस्तावित हैं। इसी क्रम में यूट्यूब और फेसबुक के माध्यम से देशबोध अब आपके समक्ष ताजा, तथ्यात्मक और देश भावना से परिपूर्ण समाचार उपलब्ध कराने के लिये ततपर है। 
आप अपने क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं को तथ्यात्मक तरीके से हमें बता सकते हैं। हम उनको देशबोध समाचार पत्र और देशबोध डॉट लाइव (डिजीटल न्यू मीडिया) के माध्यम से उनका प्रसारण कर, समस्या निराकरण के लिये सदैव प्रयत्नशील रहेंगे। इसके लिये देशबोध टीम के मुख्य सचेतक देशयोगी तपेन्द्र प्रसाद जी, देशयोगी डॉ.अशोक कुमार शर्मा जी, डॉ.संजीव जी, देशयोगी आकाश जी, देशयोगी अनुज जी, देशयोगी पंकज, देशयोगी अमरपाल रोमपी जी, देशयोगी हरिओम चौधरी जी, देशयोगी अंतरिक्ष जी, देशयोगी सन्दीप गोस्वामी जी निरन्तर संकल्पित हैं।
आप सभी ने अभी तक जिस देशबोध की भावना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सतत, ईमानदार नेतृत्व में अपना विश्वास व्यक्त किया है, उसके लिये सभी भारतवासी बधाई के पात्र हैं। आशा है आपका देशबोध से लबरेज यह प्रयास हम सभी भारतवासियों को नई दिशा प्रदान करेगा।सादर।वन्दे मातरम।
देशबोध में आपकादेशयोगी सुमिताभ

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