देहरादून (देशयोगी सुमिताभ)।
उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में शराब और बीयर पर ओवररेटिंग रुक नहीं रही है। यह हाल तब है जब जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार लगातार आबकारी अधिकारी (डीईओ) को इस सम्बंध में आगाह कर रहे हैं। मतलब साफ है कि यह सब डीईओ की शह पर हो रहा है। दीगर है जनता के फोन पर डीएम के कहने पर डीईओ छापेमारी करने की औपचारिक कार्यवाही कर रहे हैं।
इसी क्रम में रविवार को एक उपभोक्ता के फोन के बाद आबकारी टीम ने मसूरी और लन्दौर में छापे मारे।मसूरी में बीयर का एमआरपी मूल्य ₹160 था जबकि ₹220 में बीयर विक्रय की जा रही थी। साथ ही दुकान पर बिलिंग मशीन, रेट लिस्ट एवं टोल फ्री नंबर तथा संबंधित आबकारी निरीक्षक का नंबर चस्पा नहीं पाया गया।
दुकान के निरीक्षण के दौरान, ओवर रेटिंग एवं अन्य अनियमितता पाए जाने पर उक्त बियर की दुकान का टीम द्वारा 60 हजार रूपये का चालान किया गया। इसी प्रकार हंड्रेड पाइपर निर्धारित मूल्य से ₹20 अधिक एवं ब्लैक डॉग शराब की बोतल पर निर्धारित मूल्य से ₹30 अधिक लेने पर लंदोर बाजार स्थित शराब की दुकान का रुपए 60 हजार का चालान किया गया।
टीम द्वारा उक्त दुकानों के अनुज्ञापी एवं विक्रेता को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करेंगे। दुकान में किसी भी प्रकार की ओवर रेटिंग ना हो इस बात को गंभीरता से लेना सुनिश्चित करें। दुकान में ‘‘यहां पर ओवर रेटिंग नहीं की जाती है’’ का पोस्टर बैनर ठीक प्रकार से चस्पा होना चाहिए। तथा भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति होने पर निर्धारित प्राविधानों के अनुसार सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी गई।
उधर, जिला सूचना अधिकारी ने हमेशा की तरह, जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार की तरफ से प्रेस नोट जारी कर कहा कि जनपद में शराब की ओवर रेटिंग न हो, इसके लिए आबकारी विभाग को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं तथा अनियमितता पाए जाने पर कार्यवाही करने तथा बार-बार इसकी पुनरावृत्ति होने पर निर्धारित प्राविधानों के अन्तर्गत सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। विडम्बना है कि कई दुकानों पर बारम्बार ओवररेटिंग मिलने के बावजूद उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है।