रुद्रप्रयाग (वीरेंद्र सिंह बर्तवाल)।
उत्तराखण्ड के जनपद रुद्रप्रयाग में खनन प्रभावित क्षेत्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन की बैठक आयोजित की गई। जिला खनिज अधिकारी डाॅ. दीपक हटवाल ने डीएम को जानकारी दी कि फाउंडेशन के तहत 12 करोड़, 20 लाख 49 हजार, 321 रुपए की धनराशि उपलब्ध है। जिसमें 60 प्रतिशत के कार्य उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्र में न्यास निधि के कार्य किए जाने हैं। इनमें पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास कल्याण, वयोवृद्ध व निःशक्त लोगों का कल्याण, कौशल विकास व स्वच्छता के कार्य किए जाने हैं। उन्होंने बताया कि 40 प्रतिशत के कार्य भौतिक अवसंरचना, सिंचाई, ऊर्जा व जल विभाजक विकास, पर्यावरणीय गुणवत्ता में वृद्धि करने हेतु अन्य उपाय में उपयोग किए जाने हैं।
डीएम श्री दीक्षित ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि खनिज प्रभावित क्षेत्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जिस स्तर से जो भी कार्यवाही की जानी है वह अधिकारी संबंधित कार्यवाही करने के साथ ही अपने-अपने प्रस्ताव यथाशीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला बाल विकास अधिकारी को खनन प्रभावित क्षेत्रों सहित सभी निजी आंगनबाड़ी भवनों में विद्युत व्यवस्था व स्वच्छ पानी के लिए आरओ लगाने हेतु विस्तृत प्लान तैयार कर सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
डीएम ने इसके साथ ही, खनन प्रभावित क्षेत्रों के अंतर्गत, आंगनबाड़ी केंद्रों के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार हेतु मेन्यू उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा, माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने हेतु प्रस्ताव उपलब कराने के निर्देश दिए। उन्होंने खनन अधिकारी को राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि व जखोली के प्राचार्यों से वार्ता कर उनकी प्राथमिकता के प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
श्री दीक्षित ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन विद्यालयों में मरम्मत कार्य किए जाने हैं उनके प्रस्ताव उपलब्ध कराये। उन्होंने खनन प्रभावित क्षेत्रों में बंद पड़े प्राइमरी स्कूलों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि उन स्कूलों को मल्टी भवन बनाया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। साथ ही जिला चिकित्सालय से माधवाश्रम कोटेश्वर में मरीजों को आने जाने के लिए अनुबंधित वाहन व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
डीएम ने जल संस्थान को निर्देश दिए कि खनिज प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए पेयजल की समस्या वाले क्षेत्रों में हैंडपंप लगाए जाने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी जिला स्तरीय कार्यालयों में निःशक्तजनों के लिए व्हील चेयर क्रय किए जाने व रैंप बनवाए जाने हेतु सभी विभागों को पत्र प्रेषित किया जाए। विद्युत विभाग को खनिज प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए झूलते तारों की मरम्मत की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि जे.एस. रावत, अधिशासी अभियंता विद्युत मनोज कुमार, एसीएमओ डाॅ. विमल कुमार गुसांई, परियोजना निदेशक उरेडा संदीप कुमार सैनी, भू-वैज्ञानिक डाॅ. दीपक हटवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह चैधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैली प्रजापति, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह, पेयजल निगम नवल कुमार, सिंचाई पीएस बिष्ट, सहायक अभियंता लघु सिंचाई ए.पी. घिल्डियाल, गिंवाला प्रधान सफरी लाल आदि मौजूद रहे।