हरिद्वार (देशयोगी पंकज)।
उत्तराखण्ड में देवदूत कहे जाने वाली एसडीआरएफ ने शनिवार को एक बार फिर दो कांवड़ियों को अपनी जान पर खेलते हुये गङ्गा की गहरी-घुमड़ती धाराओं के बीच से निकालकर जीवन दान करा दिया।
एसडीआरएफ की प्रवक्ता ललिता दास नेगी ने बताया कि शनिवार देर शाम कुछ कावड़िये हरिद्वार के कांगड़ा घाट में नहाने के लिए उतरे। तभी पानी के बहाव में 2 कावड़िये अचानक बहने लगे। आस पास मौजूद लोगों की चीख-पुकार सुन मौके पर उपस्थित एसडीआरएफ के तैराक जितेंद्र सिंह व शिवम ने अपनी जान की परवाह न करते हुये गङ्गा नदी में कूद पड़े और दोनों कावड़ियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
श्रीमती नेगी ने बताया कि इन कांवड़ियों का नाम भोला मंगल पुत्र घनश्याम, उम्र -33 साल और जतिन शर्मा पुत्र राजू शर्मा, उम्र 24 साल, दोनों निवासी दिल्ली हैं। इन दोनों कांवड़ियों को रेस्क्यू करने वाली एसडीआरएफ टीम में एसआई सचिन रावत, कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, शिवम, अनूप रावत अनिल कोठियाल और ओम प्रकाश शामिल रहे।