देहरादून (देशयोगी आकाश)।
श्रीमद्भागवत गीता का प्रत्येक क्षेत्र में अहम योगदान है। छात्रों के उज्ज्वल भविष्य में भी इसमें बताए आदर्शों से बहुत प्रभावशाली प्रभाव देखा गया है। इसी आधार पर, शुक्रवार को इस्कान के युवा प्रकल्प की ओर से आज सहस्त्रधारा रोड स्थित दून डिफेंस ड्रीमर्स प्रा लि के छात्र, छात्राओं को इसी आधार पर प्रोत्साहित किया गया।
श्रीकृष्ण को समर्पित और इस्कान से संबद्ध आईआईटी, रुड़की से इंजीनियरिंग उत्तीर्ण मन्वंतर दास ने विशेष सत्र में कहा कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए उपदेश में जीवन का सार समाहित है, जिस व्यक्ति ने इन बातों को जान लिया, वह जीवन में सफलता का मार्ग प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि भागवत गीता में अपने गुणों पर ध्यान केंद्रित करने के सन्दर्भ में बताया गया है। साथ ही, इन गुणों को प्राप्त करते समय आने वाली बाधाओं को नियंत्रित किया जा सकता है।
इस्कान के युवा प्रकल्प के ही अन्य विद्वान सुलोचन आनंद दास ने छात्रों को पढ़ाई के दौरान और परीक्षाओं के दौरान किस तरह एकाग्रचित्त होकर अध्ययन किया जाए, इस विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि महाभारत के युद्ध में भी भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश सुनाएं, जिससे युद्ध में पांडवों की जीत हुई। ठीक इसी तरह से जब भी आप खुद को कठिनाई, असफलता, निराशा या असमंजस की स्थिति में पाते हैं तो श्रीकृष्ण के इन उपदेशों को अपने जीवन में जरूर उतारें, इससे आपकी हर परेशानी दूर होगी और सफलता के मार्ग प्रशस्त होंगे। साथ ही इन उपदेशों से व्यक्ति सुखी जीवन का भोग करता है। इस दौरान, छात्र, छात्राओं ने अपने जिज्ञासापूर्ण प्रश्न भी दोनो भद्र जनों से पूछे।
सत्र के समापन पर, प्रसाद भी वितरित किया गया। संस्थान के निर्देशक हरिओम चौधरी और अंकिता तनेजा ने सभी का आभार व्यक्त किया।