देहरादून (देशयोगी हरिओम)। उत्तराखंड में देवदूत का पर्याय बनी राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने अपने गठन के बाद इस वर्ष भी कांवड़ मेले में सोमवार को अपनी मुस्तैदी का परिचय दिया। कांवड़ भरने हरियाणा से आए दो युवकों को अलग, अलग घाटों पर हरिद्वार में रेस्क्यू टीम ने गंगा की तेज धार में उन्हें डूबने से बचा लिया।
एसडीआरएफ प्रवक्ता निरीक्षक प्रमोद पेटवाल ने बताया कि आज सावन के पहले सोमवार को पहली घटना कांगड़ा घाट पर हुई। जहां गंगाजल लेने के दौरान, एक कांवड़िया पवन कुमार पुत्र राजकुमार, उम्र 29 साल, रोहतक, हरियाणा, अनियंत्रित होकर गंगा के तेज बहाव की चपेट में आकर बहने लगा। यह देख मौके पर मौजूद एसडीआरएफ टीम के तैराक, आशिक अली, शिवम, व आपदा मित्र द्वारा बिना देरी किए कावड़िये को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, बैरागी कैंप में एक व्यक्ति नदी के बहाव में बह रहा था। जहाँ घाट में मौजूद टीम के रमेश भट्ट व विजय खरोला ने बह रहे गिरीश कुमार, उम्र 45, निवासी हरियाणा को सकुशल रेस्क्यू किया।