देहरादून (देशयोगी पंकज)। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा बलात्कार व हत्या के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे और राज्य की भाजपा सरकार के दबाव में पुलिस महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले भाजपा नेताओं को बचाने का काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में श्री धस्माना ने राज्य सरकार और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी हत्या कांड में वीआईपी का आज तक पता नहीं चला। सल्ट में नाबालिग के साथ बलात्कार मामले में पीड़ित नाबालिग का मेडिकल देर से करवाया गया जिसके कारण आरोपी भाजपा मंडल अध्यक्ष की जमानत हो गई। वहीं दुग्ध संघ के यौनाचार के आरोपी अध्यक्ष की गिरफ्तारी अभी तक नहीं की गई। जिससे उसे अग्रिम जमानत का मौका मिल जाए। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर में हुई नाबालिग के बलात्कार व हत्या का आरोपी भाजपा नेता तीन महीने बाद भी फरार है और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बजाय इन घटनाओं पर अफसोस व खेद जताने के उल्टा कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
श्री धस्माना ने कहा कि रोजाना प्रदेश के किसी ना किसी कोने से महिलाओं के खिलाफ अपराध के समाचार आ रहे हैं। सरकार के मुखिया बजाय इनको रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के डेमोग्राफिक परिवर्तन का राग अलाप रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से डैमोग्राफी परिवर्तन पर सरकार की ओर से एक श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। ताकि राज्य की जनता जान सके कि क्या डेमोग्राफी बदली है और इसका जिम्मेदार कौन है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली पर सुप्रीम कोर्ट फटकार लगाते हुए टिप्पणी कर रहा है कि मुख्यमंत्री राजाओं की तरह व्यवहार ना करें तो एक मंत्री कह रहे हैं कि उनके विभाग में स्थानांतरण, पदोनत्ति व अटैचमेंट बिना उनकी अनुमति के हो रहे हैं और एक मंत्री अपने पति का नाम और पता दूसरी महिला पर चोरी करने की एफआईआर करवा रही हैं। उन्होने कहा कि लगातार दो बार कैबिनेट की बैठक नही हो पा रही और पूरा प्रदेश आपदा की जद में है।
श्री धस्माना ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि कांग्रेसं के प्रदेश अध्यक्ष व पार्टी के सह प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा श्री केदार नाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा के अंतिम चरण में शुक्रवार को केदारनाथ पहुंच कर भगवान भोलेनाथ के दरबार में हाजरी लगा कर जलाभिषेक करेंगे व राज्य सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए प्रार्थना करेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा के पहले चरण की सफलता और जनता से मिले अपार समर्थन और प्यार से राज्य की सरकार दबाव में आई और दिल्ली के बौराड़ी में बनाए जाने वाले केदारनाथ मंदिर के निर्माण को सरकार को रोकना पड़ा।