देहरादून (देशयोगी पंकज)। उत्तराखंड में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत, निर्मित ग्रामीण मोटर मार्गों के रखरखाव की जिम्मेदारी तय करने के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पीडब्ल्यूडी तथा आरडब्ल्यूडी की गुरुवार को संयुक्त बैठक ली। उन्होंने दोनो विभागों के अधिकारियों को सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण के कार्य आवंटन से सम्बन्धित स्पष्ट मानदण्ड निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समान प्रकृति के कार्य एक ही एंजेसी से करवाएं जाने की हिदायत दी है।
मुख्य सचिव ने अन्य राज्यों में पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण एवं अनुरक्षण कार्य हेतु अपनाई जाने वाली व्यवस्थाओं का तुलनात्मक अध्ययन करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता, स्थिति व टिकाऊपन में सुधार के लिए बेहतरीन व्यवस्था को अपनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्रामीण सड़कों के अनुरक्षण में संसाधनों के बेहतर उपयोग, दो या अधिक विभागों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और सड़कों की स्थिति में सुधार को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
श्रीमती रतूड़ी ने निर्देश दिए कि सुदूर क्षेत्रों में विशेषकर आपदा की स्थिति में सुगम पहुंच के लिए पीएमजीएसवाई के अंतर्गत, निर्मित मार्गों का समुचित अनुरक्षण आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि पीएमजीएसवाई के अंतर्गत, राज्य में ग्रामीण सड़कों के निर्माण की जिम्मेदारी मुख्य रूप से उत्तराखण्ड ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (उरडा) द्वारा निभाई जाती है। वर्तमान में निर्माण के पश्चात, इन सड़कों का रखरखाव पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है। आरडबल्यूडी के पास भी सड़कों के निर्माण और रखरखाव में व्यापक अनुभव है तथा यह विभाग भी इस प्रक्रिया में सहभागी बनने की मंशा रखता है।
बैठक में सचिव राधिका झा, पंकज कुमार पाण्डेय सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।