देहरादून (देशयोगी सुमिताभ)।
उत्तराखण्ड विधनसभा के सोमवार से शुरू हुये बजट सत्र में पहले दिन अपराह्न वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने वर्ष 2022-23 का 65571.49 करोड़ का वार्षिक बजट सदन में प्रस्तुत किया।
अपराह्न 04 बजे वित्त मंत्री श्री अग्रवाल नेता सदन पुष्कर सिंह धामी के साथ सदन में प्रविष्ट हुये। उन्होंने अपने बजट भाषण को शुरू करते हुये कहा कि राज्य में यह पहली बार हुआ कि किसी दल को लगातार दूसरी कार्यकाल के लिये अवसर मिला। उन्होंने कहा कि यह जनादेश हमारी कार्य-संस्कृति को मिला है। हमने राजनीति की संस्कृति और सरकार की कार्य संस्कृति दोनों बदली हैं। हमारा कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित था, समर्पित है और समर्पित रहेगा।श्री अग्रवाल ने अपने 61 पृष्ठीय बजट भाषण में विस्तार से विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022-23 में राजस्व प्राप्तियों में 51474.27 करोड़ की राजस्व आय अनुमानित है। जबकि आय-व्यय अनुमान में कर राजस्व 24500.72 करोड़ अनुमानित है। उन्होंने बताया कि इस बजट में स्वयं का कर राजस्व 15370.56 करोड है और करेत्तर राजस्व के अन्तर्गत रू0 5520.79 करोड़ की प्राप्ति अनुमानित है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल प्राप्तियों 63774.55 करोड़ अनुमानित है।वित्त मंत्री ने बजट प्रस्तुत करते हुये बताया कि वर्ष 2022-23 में कुल रू0 65571.49 करोड़ का व्यय अनुमानित है। इस कुल व्यय में 49013.31 करोड़ का राजस्व लेखे का व्यय तथा रू16558.18 करोड़ पूँजी लेखे का व्यय अनुमानित है। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में राज्य कर्मचारियों के वेतन-भत्तों पर लगभग रू0 17350.21 करोड़ व्यय का प्राविधान किया गया है। उन्होंने बताया कि पेंशन की मद में रू0 6703.10 करोड़ का प्राविधान किया गया है। जबकि ब्याज भुगतान हेतु रू0 6017.85 करोड़ का प्राविधान किया गया है।वित्त मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि राजकोषीय संकेतक के रूप में वर्ष 2022-23 के आय-व्ययक प्रस्ताव के आधार पर रू0 2460.96 करोड़ का राजस्व अधिशेष अनुमानित है। जबकि राजकोषीय घाटा रू० 8503.70 करोड़ है, जो राजकोषीय घाटा राजकोषी उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबन्धन अधिनियम के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य की सीमान्तर्गत है।